नमस्कार दोस्तों, इंडियन यूनिटी क्लब में आपका स्वागत है। समुद्र हमारे पृथ्वी के बहुत पुराने और महत्वपूर्ण भौतिक भाग है। ऐसा माना जाता है कि समुद्र से ही पृथ्वी में जीवन की शुरुआत हुई। इस पोस्ट में हम आपको हिंद महासागर (Indian Ocean) के बारे में रोचक जानकारी एवं तथ्य बताएंगे। उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आएगा।
हिंद महासागर की रोचक जानकारी एवं तथ्य
- हिंद महासागर दुनिया का तीसरा (3rd) सबसे बड़ा खारे पानी वाला महासागर है।
- हिंद महासागर पूरी पृथ्वी के कुल पानी के ⅕ हिस्सा को पूर्ण रूप से कवर करता है।
- यह दुनिया के प्रमुख महासागरों में भूगर्भीय रूप से सबसे नया और बहुत ही जटिल महासागर है।
- हिंद महासागर का कुल क्षेत्रफल 70,560,000 वर्ग किमी. है।
- हिंद महासागर का क्षेत्र उत्तर में एशिया महाद्वीप पश्चिम में अफ्रीका महाद्वीप, पूर्व में ऑस्ट्रेलिया, एवं दक्षिण में अंटार्कटिक महासागर तक फैला हुआ है।
- हिंद महासागर (इंडियन ओसियन) को इस वर्तमान नाम से सन 1515 के लगभग से जाना जा रहा है।
- हिंद महासागर अफ्रीका से ऑस्ट्रेलिया तक लगभग 7600 किलोमीटर चौड़ा है।
- हिंद महासागर एशिया से अंटार्टिका तक लगभग 9600 किलोमीटर लंबा है।
- हिंद महासागर की औसत गहराई 3741 (लगभग 3.7 किलोमीटर) मीटर है।
- हिंद महासागर का सबसे गहरा बिंदु, जावा द्वीप (इंडोनेशिया) के दक्षिणी तट पर जावा ट्रेंच के सुंडा डीप में है।
- जावा ट्रेंच की अधिकतम गहराई है 7450 मीटर यह सुंडा डीप कहलाता है।
- हिंद महासागर पूर्व में पेसिफिक महासागर से जुड़ा हुआ है।
- हिंद महासागर पश्चिम में अटलांटिक महासागर से जुड़ा हुआ है।
- हिंद महासागर दक्षिण में अंटार्कटिक महासागर (दक्षिण महासागर) से जुड़ा हुआ है।
- हिंद महासागर पूर्व में आर्कटिक सागर से नहीं छुआ है वह पूर्व में पूरी तरह से जमीन से घिरा हुआ है।
- हिंद महासागर में कुछ बड़े सीमांत सागर हैं-जिनमें पूर्व में रेड सी और पर्शियन गल्फ मौजूद हैं, उत्तर पूर्व में अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी एवं उत्तर पश्चिम में अरेबियन सागर मौजूद है, ग्रेट ऑस्ट्रेलियन बैट दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में मौजूद है।
- हिंद महासागर के दो प्रमुख सीमांत समुद्र पर्शियन गल्फ एवं रेड सी सबसे खारे समुद्र हैं।
- हिंद महासागर की उत्पत्ति और विकास सभी महासागरों में सबसे जटिल है, हिंद महासागर दक्षिण सुपरकॉन्टिनेंट गोंडवाना लैंड के टूटने से बना है।
- हिंद महासागर बनने की शुरुआत लगभग 125 मिलियन वर्ष पूर्व हुआ था।
- हिंद महासागर के सारे बेसिन लगभग 80 मिलियन वर्ष पुराना है।
- संपूर्ण हिंद महासागर पूर्वी गोलार्ध में और पूर्वी गोलार्ध के केंद्रीय क्षेत्र में है, 90वीं मध्याह्न रेखा, नब्बे पूर्वी रिज से होकर गुजरती है।
- हिंद महासागर में ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और भारत तीन सबसे लंबी तटरेखा और विशेष आर्थिक क्षेत्र वाले देश हैं।
- हिंद महासागर मुख्य रूप से मानव इतिहास के प्रारंभ से ही विभिन्न क्षेत्रों को नवाचारों, व्यापार और धर्म से जोड़ता रहा है।
- हिंद महासागर का ड्रेनेज बेसिन 21,100,000 Sq. Km. को कवर करती है, जो लगभग प्रशांत महासागर के समान है और अटलांटिक बेसिन का आधा हिस्सा है।
- हिंद महासागर का ड्रेनेज बेसिन लगभग 800 अलग-अलग बेसिनों में विभाजित है, जिनमें से 50% एशिया में, 30% अफ्रीका में और 20% आस्ट्रेलिया में स्थित हैं।
- हिंद महासागर में बहकर आने वाली सबसे बड़ी नदियाँ हैं ज़ाम्बेज़ी, गंगा-ब्रह्मपुत्र, सिंधु, जुब्बा, मरे, शत-अल-अरब, वादी अद दावसिर (अरब प्रायद्वीप पर एक सूखी हुई नदी प्रणाली) और लिम्पोपो है।
- हिंदू महासागर के सीमांत समुद्र में दुनिया की सबसे बड़ी डेल्टा है जो गंगा-ब्रम्हपुत्र नदी के मेल से बनी है इस डेल्टा का नाम सुंदरबन या बंगाल डेल्टा है।
- हिंद महासागर विश्व का सबसे गर्म महासागर है।
- हिंद महासागर की मुख्य मौसम उष्णकटिबंधीय गर्मी एवं मानसून है।
- हिंद महासागर का मानसून पृथ्वी के अधिकांश मौसम एवं समुद्री तरंग को बदलता है।
- बंगाल की खाड़ी हिंद महासागर में कुल अपवाह पानी के आधे का योगदान देती है।
धन्यवाद!!!
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